TOP भाग्य VS कर्म SECRETS

Top भाग्य Vs कर्म Secrets

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कई बार लहरों से डरने वाला ऊपर वाले का धन्यावाद भी करता है कि वो नौका लेकर नहीं उतरा, वरना सामने वाले की तरह डूब जाता, जीवन को एक ही पहलू से मत देखो, जिनकी कविता का आपने ज़िक्र किया है, उनके बेटे ने हाथ में नग पहना हुआ है, क्योंकि कोशिश कामयाब नहीं हो रही थी, कामयाब उन्हें नग ने भी नहीं किया, उनका समय सही शुरू हुआ तो दुबारा read more कामयाबी मिल गयी, वरना नग तो अभिषेक ने भी पहना था

धन्यवाद व्यक्त करना, ध्यान केंद्रित करना, और दूसरों की मदद करने का प्रयास करना एक शांत और खुश व्यक्ति के लिए आधार बनता है। लंबे समय तक द्वेष पालना, नकारात्मक विचारों का मनोरंजन करना, और अनैतिक व्यवहार न केवल मन को अशांत करता है बल्कि असंतोष का भी कारण बनता है।

मुझे एक ऐसे ही आचार्य की जरूरत थी जो किसी भी चीज को गहराई से देखते हों और उनके साथ अध्ययन कर के उनसे पूर्ण ज्ञान प्राप्ति कर सकें। कर्म करो और फल की चिंता ईश्वर पर छोड़ दो!! जय श्री कृष्णा!!

ek story hai jab aambari namak ek hathi tha vh talab mai fas gaya usne bahot koshish ki uss kichad se bahar nikal ne ka but nahi nikla previous mai usne bhagvan ko yad kiya bghvan ne uski madat ki, simply because god ne madat isliye kiya ki usne 1st check out kiya and previous mai bhagwan ko bulaya vahi very same aapne bhagya and karm ka hota hai agr hum karm krenge to aapne nasib mai jo hai vh mechanically mil Hello jayega signifies karm ka fal.

कर्म अलौकिक प्रतीत हो सकता है, लेकिन यह एक सरल नियम का काम है। हम जो भी देते हैं, वही हमें प्राप्त होता है।

भारतसुरक्षित वतन लौटने की खुशी क्या होती है... कोई इनसे पूछे, देख लीजिए वीडियो

आसान तो यह कहना है की हमारा तो बचपन से ही भाग्य खराब है

या इतना महत्वाकांक्षी भी होता है

काम्बली और तेंदुलकर का उदहारण अक्सर दिया जाता है

मैं-फिर आप कुछ भी कर लें, आपको उसका फल भुगतना ही पड़ता है।

खुद को भाग्य के भरोसे वही छोड़ता है जो कर्म नहीं करना चाहता। कर्म करने से ही भाग्‍य बनता है। जिसको कर्म में जितना विश्‍वास है वह व्‍यक्ति उतना ही सक्सेस होगा। हाथ पर हाथ रख कर बैठे रहने से न ही भाग्‍य साथ देता है और न कर्म ही होता है।

मैं बड़े ही असमंजस में पढ़ गया और कुछ और हिम्मत जुटा कर बोला।

आज हमारी डिबेट का टॉपिक इन्ही विरोधाभाषी विचारों को लेकर है. हमारा टॉपिक है-

जब समय ख़राब हो तो ऊंट पर बैठे इंसान को भी कुत्ता काट लेता है…

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